हिन्दी दलित काव्य संवेदना [Hindi dalit kavya samvedana]
Manjoo JNU Blogs
January 19, 2018
0 Comments
हिन्दी
दलित काव्य
संवेदना
“ पारलौकिक जगत की काव्य संवेदना को,
लौकिक “यथार्थ”जगत पर उतारती हैं दलित कविताएं ।
कल्पना की दुनिया में नहीं,
यथार्थ जगत का चित्र दिखलाती हैं दलित कवितएं ।
समाज से ब्राह्मण पंडितों को नहीं,
समाज से जातिवाद, वर्णव्यवस्था को मिटा देना चाहती हैं दलित कविताएं ।
समाज में ऊंच- नीच क नहीं,
सबको...